प्रा. डॉ. महेश मोटे को मिला राष्ट्रीय जीरो माइल आईकॉन अवार्ड
उस्मानाबाद, ता. १६ (संवाददाता) : मुरूम, तहसील उमरगा के श्री माधवराव पाटील महाविद्यालय में राजनितीशास्त्र विभाग में बीते २६ सालोंसे अध्यापन और संशोधन क्षेत्र में प्रा. डॉ. महेशकुमार मोटे एवं मअंनिस के जिल्हा कार्यकर्ता को ” जीरो माइल आईकॉन अवार्ड २०२२ ” से (ता. १५) इतवार को नागपुर शहर के हॉटेल हॅरिटेज सभागृह में एक विशेष सम्मान समारोह संपन्न हुआ I इसी समारोह में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रमेशचंद्र बंग, पश्चिम नागपूर के विधायक विकास ठाकरे, शिवसेना प्रवक्ता किशोर कन्हेरे, राष्ट्रवादी कॉंग्रेस पक्ष नेता तथा समाजसेवक अनिल अहिरकर, समाजसेवक राजाभाऊ टांकसाले, बालरोग तज्ञ डॉ. उदय बोधनकर, पत्रकार नरेंद्र सतीझा, उद्योजक एस. जे. आचार्य, मुख्य संपादक डॉ. आनंद शर्मा, संपादक विद्या शर्मा आदी की प्रमुख उपस्थिती में मानपत्र, मानचिन्ह देकर डॉ. महेश मोटे को सम्मानित किया गया l इसी के साथ डॉ. मोटे सर को यूएसए की डी. लीट. मानद उपाधि, सामाजिक कार्यकर्ता, समाजरत्न, शिक्षारत्न, आदर्श प्राध्यापक पुरस्कार सहित अनेक अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य, क्षेत्रीयस्तर तथा अन्य पुरस्कार मिले हैं l वे अमेरिका के वर्ल्ड कॉन्स्टीट्यूशन अँड पार्लमेंट असोशिएशन (विश्व संविधान तथा संसद परिषद) के सदस्य हैं I इसी सप्ताह में १३ मई २०२२ के दिन डॉ. महेश मोटे जी का पोस्टल स्टैंप माय स्टैंप से टेनंट सीरीज के तहत भारत सरकार के डाक विभाग ने जारी किया हैं l उनके ११ किताबें प्रकाशित हो चुकी है I अबतक उन्होंने करीब २०० से अधिक अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य और क्षेत्रीय स्तर के सम्मेलनों, संगोष्ठियों और कार्यशालाओं सक्रिय रूप से भाग लिया हैं, और ७५ सम्मेलन में शोध पेपर पठन किऐ हैं, उनमें से कुछ उत्कृष्ठ शोध पेपर से सम्मानित किये गये I अनेकों अखबार में उनके लगभग ५० से जादा लेख प्रकाशित हो चुके हैं l डॉ. महेश जी विभिन्न संस्थाओं द्वारा शिक्षा, सामाजिक, स्वास्थ्य, क्रीडा, अंधश्रध्दा आदी सेवा में योगदान देते रहते है l संस्थाओं के माध्यम से अन्य बहुत सारे सामाजिक कार्य करते रहते हैं l महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित उस्मानाबाद जिले के छोटेसे ग्राम मंगरुल में उनका जन्म हुआ I मुरुड, लातूर, नाशिक में उच्च शिक्षा पूरी होने के बाद वे मुरुम के वरिष्ठ महाविद्यालय में अध्यापन के साथ शिक्षा, वृत्तपत्र, अंधश्रद्धा निर्मुलन, सामाजिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाए काम कर रहे हैं I बेशक काबिले तारीफ हैं l अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्यस्तर पर काम करनेवाले डॉ. महेशजी ने अपना राष्ट्रीय कर्तव्य समझकर कोरोना महामारी में कोरोना योध्दा के रुप से जो स्वास्थ्य सेवा, रक्तदान, लोगों का मानसिक मनोबल बढ़ाना मे योगदान दिया वो उल्लेखनीय हैं l बचपन से संघर्षरत, प्रयासरत डॉ. महेशजी हमेशा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, मार्गदर्शक और गुरुजनों को देते हैं l भारत की इस प्रखर इच्छाशक्ति का दूसरा नाम डॉ. महेश मोटे पर ना सिर्फ उनका गांव, पाठशाला, गुरुजन बल्कि सभी भारतीयों को गर्व हैं l पुरे ४९ साल की उम्र में डॉ. महेशजी की इन्ही सब उपलब्धियों को देखकर, नागपूर के जीरो माइल की तरफ से हर साल देशभर के केवल २० लोगों को दिए जानेवाले ” जीरो माइल आईकॉन अवार्ड २०२२ ” में उनका चयन हुआ हैं I इस पुरस्कार प्राप्त डॉ. मोटे सर का महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस कमिटी के कार्याध्यक्ष बसवराज पाटील, जिल्हा बँक के अध्यक्ष बापूराव पाटील, महाराष्ट्र प्रदेश युवक काँग्रेस के उपाध्यक्ष शरणजी पाटील, नगर शिक्षण विकास मंडल के सचिव व्यंकटराव जाधव, प्राचार्य डॉ. अशोक सपाटे, उपप्राचार्य डॉ. चंद्रकांत बिराजदार, प्रा. डॉ. सतिश शेळके, डॉ. रवि आळंगे, डॉ. आप्पासाहेब सुर्यवंशी, डॉ. राजेंद्र गणापूरे, डॉ. अविनाश मुळे, डॉ. राम बजगिरे, डॉ. किरण राजपूत, डॉ. सायबण्णा घोडके, प्रा. दिनकर बिराजदार, प्रा. प्रतापसिंग राजपूत, डॉ. शिला स्वामी, डॉ. रवींद्र गायकवाड, डॉ. सुधीर पंचगल्ले, डॉ. शिवपुत्र कनाडे, डॉ. पुरुषोत्तम बारवकर, डॉ. सुभाष हुलपल्ले, डॉ. सुजित मटकरी, प्रा. लक्ष्मण पवार आदिं लोगों ने उनका विशेष रुप से अभिनंदन करके शुभकामनाऍं दिए I